Society & Culture
Featuring Krishika Lekhrajani !
More about Krishika Lekhrajani : Krishika Lekhrajani is an aspiring writer. She has taken part in several anthologies and has a dream to compile her own anthologies.She has been weaving words into poetry since she was 14 years old , she is also very fond of art,craft and sports.
स्कूल को अलविदा कहने के दिन :
वो दो छोटी वाले प्यारे दिन,वो बोरिंग पर प्यारी यूनिफॉर्म पहने के दिन,छोटी – छोटी गलतियों पर टीचर के डाट खाने के दिन,दोस्तो के साथ पनिशमेंट करने के दिन,प्रिंसिपल के केबिन में खड़े होने के दिन,क्लास के जोक पे हसने के दिन,स्कूल के कैंटीन में खाना –खानेके दिन,वो टीचर का प्यार,सब याद रहेगा हमे,ये जिंदगी का एक दस्तूर है,एक छोटी सी सीडी है,एक पहला कदम है,गम से ही पर पार कर ले तू आज,वो दिन भी क्या दिन थे,वो दिन भी क्या दिन थे।।