September 17, 2021Artsभीगी बरसात में मिट्टी की सोंधी सी महक हो तुम आखिर इश्क कैसे ना हो तुमसे, तुम फूल हो गुलाब का मगर रातरानी के पुष्प की कोमल सी मुस्कान हो तुम, -purnima