Health & Fitness
हेलो दोस्तों इस पॉडकास्ट में हम लिवर सिरोसिस के मिथ्स एंड फैक्ट्स के बारे में जानकारी लेंगे। मिथ १ : सिर्फ अल्कोहल का सेवन करने वाले लोगो को ही लिवर सिरोसिस होता है। फैक्ट : सिर्फ २० प्रतिशत लोगो को ही अल्कोहोल की वजह से लिवर सिरोसिस होता है। बाकि ८० प्रतिशत लोगो को बाकि बिमारिओ की वजह से सिरोसिस होता है जैसे की हिपतितीस बी, हिपतितीस सी, किसी दवाई का लम्बे समय तक सेवन, मोटापा, NASH इत्यादि। ६० प्रतिशत लोगो में लिवर डैमेज का कारन क्या है यह अबतक पता नहीं चला है। मिथ २ : लिवर सिरोसिस मेडिसिन से ठीक होता है। फैक्ट : लिवर सिरोसिस मेडिसिन से ठीक नहीं होता है। यह अचल प्रोसेस है। मेडिसिन्स से हम केवल लिवर सिरोसिस जिस वजह से हुआ है उसका इलाज करके सिरोसिस को स्टेबल कर सकते है। लेकिन लिवर में सिरोसिस के वजह से जो गांठ बन जाते है उसका इलाज किसी भी मेडिसिन्स से नहीं हो सकता। मिथ ३ : लिवर सिरोसिस का इलाज केवल लिवर ट्रांसप्लांट से ही हो सकता है। फैक्ट : लिवर सिरोसिस के अलग अलग स्टेज और स्कोर होते है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए यह वीडियो देखे : https://youtu.be/bQG-३लिवर ट्रांसप्लांट की सलाह तभी दी जाती है जब लिवर सिरोसिस के लक्षण दिखने शुरू होते है। जब लिवर सिरोसिस के कोई भी लक्षण नहीं दिखते है, लिवर फंक्शन टेस्ट्स नार्मल है तो केवल मेडिसिन्स से लिवर सिरोसिस को स्टेबल किया जा सकता है। इस केस में ट्रांसप्लांट की आवश्यकता नहीं होती। मिथ ४ : ६० वर्ष के ऊपर की आयु वाले पेशंट्स में लिवर ट्रांसप्लांट सक्सेसफुल नहीं होता। फैक्ट : लिवर ट्रांसप्लांट में ऐज के लिए कोई क्राइटेरिया नहीं है। लिवर ट्रांसप्लांट किसी भी आयु में किया जा सकता है। लिवर ट्रांसप्लांट के लिए कुछ फिटनेस टेस्ट्स होते है। अगर पेशंट यह टेस्ट पास कर देता है तो उसका ट्रांसप्लांट किया जा सकता है। मिथ ५ : अगर आपको लिवर सिरोसिस है तो आप नॉन-वेज और हल्दी नहीं खा सकते। फैक्ट : लिवर सिरोसिस में लिवर में प्रोटीन या एल्ब्यूमिन प्रोडक्शन कम होता है। इस वजह से लिवर सिरोसिस के पेशंट को ज्यादा प्रोटीनयुक्त पदार्थ खाने चाहिए। नॉन -वेज में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। इसलिए लिवर सिरोसिस में नॉन - वेज खाना चाहिए। लेकिन नॉन - वेज पकाते समय ज्यादा मसाला न डालें। उसको बॉईल करके कम मसाले में बनाये। अगर आपको लिवर सिरोसिस है तो आप हप्ते में एक या दो बार नॉन वेज खा सकते है। इसके साथ ही आपको डेली कम से कम ४ एग खाने चाहिए। लिवर सिरोसिस में एग का वाइट और येलो पार्ट दोनों खाने चाहिए। लिवर सिरोसिस में हल्दी खाना भी बिलकुल सेफ है। हल्दी में एंटीऑक्सिडेंट्स होते है जो लिवर सिरोसिस के ऑनगोइंग डैमेज को रिपेयर करने में मदत करते है। इसलिए लिवर सिरोसिस के पेशंट को एक चम्मच हल्दी एक - दो गार्लिक के साथ खाने चाहिए। मिथ ६ : बच्चो में लिवर सिरोसिस नहीं होता। फैक्ट : बच्चो में भी लिवर सिरोसिस हो सकता है। बच्चो में ६ महिले से १२ साल तक कभी भी सिरोसिस हो सकता है। बच्चो में लिवर सिरोसिस के अलग अलग कारन हो सकते है। जैसे की विलसन्स डिसीज, आयरन डेफिसिएन्सी, बिल्लिएरी ट्रैक्ट प्रॉब्लम इत्यादि कारन हो सकते है। जब यह सिरोसिस एडवांस्ड स्टेज में जाता है तब बच्चो में लिवर ट्रांसप्लांट की सलाह दी जाती है। मिथ ७ : लिवर सिरोसिस में लिवर ट्रांसप्लांट का सकसेस रेट बहोत कम होता है। फैक्ट : पिछले १० सालो में लिवर ट्रांसप्लांट का सक्सेस रेट ९० प्रतिशत हुआ है। लिवर ट्रांसप्लांट के बाद पेशंट एक अच्छी हेअल्थी लाइफ जी सकता है। लेकिन पेशंट को टाइम पे मेडिसिन लेनी चाहिए, टेस्ट करवाने चाहिए और लिवर ट्रांसप्लांट टीम के साथ फॉलो उप लेना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए पूरा पॉडकास्ट देखे। आप अपने प्रश्न कमेंट बॉक्स में भी दाल सकते या हमें कॉल करे - +91 - 9202247365 / +91 - 9209145678 The language used in this video is #Hindi.Visit website: https://thelivertransplant.com/