Why Podcast So Important for Us

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हमे अक्सर कहीं न कहीं दुनियां के millionaires, billionaires व एंटरप्रेन्योरस कि पढने कि आदतों के बारे में सुनने या पढ़ने को मिल जाता है कि वे कितना पढ़ते है, और हाँ इस बारे में लिखा भी बहुत गया,

जैसे लेखक जेरे कॉर्ले के अनुसार, मार्क गेट जुकरबर्ग की 2015 की किताबें पढ़ने की pledge से लेकर बिल गेट्स की 50 साल पुरानी किताबें पढने की आदत, व वॉरेन बफे कि रोजाना 500 पेज पढने की आदत आदि।

जब हम उन बुक्स कि संख्या के बारे में जानते है तो हमें यह संख्या बहुत चुनौतीपूर्ण लगती कि कि कैसे एक इंसान इतना सबकुछ बहुत कम समय में पढ़ सकता है?

अब, जैसे कि मैं खुद पाठक हूं, लेकिन मुझे नजदीकी किताबों की दुकान में जाने के मुकाबले कुछ और चीजें भी पसंद हैं। लेकिन, मुझे यह भी पता है कि प्रोफेशनल्स के लिए सीखना जारी रखना, व इस competitive मार्किटप्लेस में अपने स्किल्स व टैलेंट को develop करना कितना इम्पोर्टेन्ट है।

लेकिन मेरी तरह शायद most entrepreneurs और small business owners के लिए यह बहुत matter नहीं करता होगा कि इस साल की "बेस्ट ऑफ़ बुक्स लिस्ट" में से हम कितनी बुक्स पढना चाहते है,

but हम सभी के लिए यह बहुत matter करता है कि हम हर दिन एक घंटा फिक्स करके कुछ न कुछ तो पढ़ें, लेकिन सच्चाई तो यह है कि हम सबके लिए जीवन में हर दिन का एक घंटा शान्ति से बुक्स के साथ बिताने के लिए है ही नहीं। और कुछ एक को छोड़ कर शायद आपके लिए भी यही सच होगा।

हम सभी ने अपने बड़े बुजुर्गों से यह बात तो अवश्य सुनी होगी कि अगर कोई समस्या है तो उसका समाधान भी कही न कहीं अवश्य उपलब्ध होगा, तो हमारे इस भागदौड़ भरे जीवन में भी हम पढने के लिए कैसे समय निकालें जिसका भी एक तरीका उपलब्ध है, जिसे हम पॉडकास्ट के नाम से जानते है।

आज हम बात करेंगे कि कैसे पॉडकास्ट हमें हमारे व्यस्त लाइफ स्टाइल में से हमें हमारी स्किल्स को develop करने व टेलेंट को बढाने के लिए कैसे समय को और ज्यादा बेहतरीन तरीके से सदुपयोग करने में सहायक सिद्ध होता है. और मैं भी ऑडियोबुक्स को लेकर काफी reaserch कर चुका हूँ कि आपके लिए कैसे फुल ऑडियोबुक उपलब्ध करवाऊं, लेकिन अब यह समस्या खत्म हो चुकी है. आप सभी ऑडियोबुक अब KUKUFM app जिसे आप अपने फ़ोन पर डाउनलोड करके जब भी जहाँ भी सुन सकते है व ऑडियोबुक डाउनलोड कर सकते है, और यह सभी के लिए बिलकुल फ्री है.

तो आईये जानते है कि आखिर पॉडकास्ट क्यों जरूरी है?

हम इसकी हिस्ट्री में न जाते हुए सीधे सीधे समझते है कि पॉडकास्ट के क्या फायदे है......

  1. जिसमें सबसे पहला फायदा यह है कि हमारे दिमाग के लिए पढना और सुनना एक जैसा ही होता है.


कुछ लोग यह तर्क देते है कि पढ़ने की बजाए सुनना एक तरह कि "चीटिंग" है। और यह शंका उनमें सबसे ज्यादा पाई जाती है जो ज्यादातर ऑडियोबुक सुनते हैं: लेकिन क्या आप जानते है कि जिहें ऑडियोबुक सुनने कि आदत है वे बहुत कम प्रयास से बहुत ज्यादा हासिल कर रहे है। और इस बात को sage पब्लिकेशन कि एक रिसर्च रिपोर्ट भी समर्थन करती है जिसके अनुसार सुनने और पढ़ने के कंटेंट को समझने में कोई अंतर नहीं होता है। यह किसी भी प्रकार कि चीटिंग नहीं हैं – यह तो केवल अपने ज्ञान और समझ को बढाने का एक different medium यानि एक दूसरा तरीका मात्र हैं।

  1. आप इससे अपनी need based इनफार्मेशन पा सकते हैं।

 


पॉडकास्ट से आप जिस भी सब्जेक्ट के बारे में ज्यादा जानने की उम्मीद कर रहे हैं, उसकी पूर्ति कर सकते है। क्योंकि अकेले ऐप्पल के ऐप पर 550,00 सक्रिय पॉडकास्ट, और 18.9 मिलियन से अधिक एपिसोड उपलब्ध है, और ऐसे सैकड़ों प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध है जिनपर बिल्लिओंस में एपिसोड उपलब्ध है, इस ज्ञान के अथाह समुन्द्र में आप जो भी जानना चाहते है वह आपसे छुप नहीं सकता। और आप जो भी जानना चाहते है, सीखना चाहते है वह अधिक गहराई से आप पॉडकास्ट पर ही सीख सकते है. क्योंकि पॉडकास्ट हमेशा टॉपिक पर ज्यादा consntrated व deeply बनाये जाते है. इसीलिए पॉडकास्ट को प्रति listner ज्यादा लम्बे समय तक सूना जाता है. अगर आप KUKU FM पर मेरे यानि सीताराम माकड़ पॉडकास्ट को देखेंगे जिसका लिंक डिस्क्रिप्शन बॉक्स में दिया गया है, तो आप जान पायेंगे कि इस हिंदी ऑडियोबुक पॉडकास्ट का सुनने का टाइम प्रति लिसनर 111 मिनट है. जो दुनियां में उपलब्ध किसी भी दुसरे प्लेटफ़ॉर्म से सबसे ज्यादा है. इससे आप अंदाजा लगा सकते है कि यह सुनने वालों के लिए कितना पॉवरफुल प्लेटफार्म है.

  1. तीसरा कारण भी इसी से मिलता जुलता है कि यह ज्यादा मल्टी टास्किंग है.

 


अगर आप जो सुन रहे है और उस कंटेंट में हाई-क्वालिटी ability हो, तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहाँ हैं या आप इसे किस प्लेटफ़ॉर्म पर सुन रहे हैं.

पिछले 15 सालों में पॉडकास्टिंग के डेवलपमेंट का यह एक बड़ा कारण रहा है। और सबसे बड़ी बात कि यही वह वजह है जिसने  दुनियां के तमाम ऐसे एन्त्रेप्रेंयूर्स जो अपनी कंपनीयों को बनाने व उन्हें बड़ा बनाने में व्यस्त है उन्हें अपनी और especially attract किया है।


इसे आप न केवल आप अपनी यात्राओं के दौरान, लाइन लगे हुए या प्लेन बैठे हुए इत्मीनान से सुन सकते हैं, बल्कि आप अपनी दैनिक जीवन की उन सभी एक्टिविटी को करते हुए भी सुन सकते हैं जो कपड़े धोने से लेकर घर के रख-रखाव और मरम्मत तक के ऐसे काम जो आपका बहुत समय खाते हैं। इससे आप समझ सकते है कि यह enterpreuners इस सुनते हुए भी अपने routeen बिज़नस टास्क पुरे कर सकते है जो टाइम मैनेजमेंट का एक ग्रेट example है।

  1. इसे अपनाने का चौथा कारण है कि इससे हम अपने experience की क्वालिटी extraordinary कर सकते है।


जब हम किसी news article या ब्लॉग पोस्ट को पढ़ते है तो उसे स्किम या स्कैन नहीं करते हैं। लेकिन जब हम पॉडकास्ट सुनते है तो उसे बहुत ध्यान से सुनते है और उसमें बताये जा रहे दृश्यों के बारे में अपने दिमाग में चित्र बनाते हैं। हम कहानी से जुड़ते हैं, व उससे हम सीखते हैं।

आपका सोचना सही है कि बेशक हम पॉडकास्ट सुनना शुरू करते ही तुरंत वॉरेन बफे, स्टीव जॉब्स और अन्य उन जैसे लोगों कि तरह अल्ट्रा-सक्सेस रैंक नहीं पा सकते। इसके लिए उन्होंने अपने द्वारा पढ़े गए अध्यायों का अनुवाद करने के लिए बहुत काम किया था।  पॉडकास्ट कंटेंट directly personaly कम्यूनिकेट करते है जिससे यह हमारी पर्सनल इनफार्मेशन बन जाती है. यह एक convenient व easy consume होने वाला कंटेंट होता है. यह हमारी लर्निंग कोस्ट कम कर देता है. इसे हम कहीं भी कभी भी सुन सकते है इसलिए यह कम्युनिकेशन का एक टाइम-efficient, पोर्टेबल के साथ साथ on-demand टेक्नोलॉजी भी है. पॉडकास्ट हमारी प्रोडक्टिविटी improve करने का एक बेहद पॉवरफुल टूल है.