कहानियाँ तो आपने खूब सुनी होंगी, कभी दादी से तो, कभी नानी से। पर क्या आपने कभी एक बच्चे की जुबां से कहानी सुनी है? 'तेनाली के रंग, जूनियर के संग' में 9 साल के अमोघ घिल्डियाल, आपको एक ऐसे इंसान के बारे में कहानियाँ सुनाने वाला है, जो अपनी चतुराई के लिए ही जाने जाते थे। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं तेनाली राम की। पर सिर्फ तेनाली ही इन कहानियों के हीरो नहीं। असली हीरो तो है अमोघ, जिसका कहानी कहने का, अनोखा और मस्ती भरा अंदाज है। तो चलते हैं, इस रोचक सफ़र पर... आप सुन रहे हैं एच टी स्मार्टकास्ट और ये है लाइव हिंदुस्तान प्रोडक्शन।
महाराज कृष्णदेवराय की बेटी अवन्ति को बिना चाँद देखे नींद ना आये ,तो आखिर कैसे किया तेनाली ने चाँद को ज़मीन पर लाने का प्रबंध ? ट्यून इन करें और सुनें त...
महाराज कृष्णदेवराय ने कहा इनाम उसे मिलेगा जो अपने आप को सबसे ज़्यादा मुर्ख साबित करेगा। क्या तेनाली जीत पाएगा होली का ये इनाम? ट्यून इन करें और सुनें त...
महाराज कृष्णदेव राय सफ़र से लौट रहे थे। रास्ते मेंं ही आराम के लिए टेंट लगाया गया। उठे तो हैरान रह गये। आख़िर ऐसा क्या देखा उन्होंने? ट्यून इन करें और...
राजा कृष्णदेव के चापलूस दरबारियों ने उनके कान भरने की कोशिश की। राजा ने उन्हें रात में धूप लाने का कार्य सौंपा। तो फिर कैसे आई रात में धूप? ट्यून इन क...
राजा कृष्णदेव कुम्भ मेले में गये। अन्य दरबारियों के साथ पुरोहित भी गया। पुरोहित ख़ुद को राजा से कम न समझता और सबसे बुरा बर्ताव करता। तेनाली ने यह देख ...
बाहर से आवाज़ें आना शुरू हुईं। महाराज ने सैनिकों को मामले में दख़्ल देने का आदेश दिया। पता चला कि दोनों हीरे की मालिकी को लेकर लड़ रहे थे। मगर हीरा है...
इस सप्ताह के एपिसोड में: राजा कृष्णदेव ने तेनाली से उपहास करते हुए समस्त दरबार को भोज करवाने के लिए कहा। पर तेनाली के घर इतने बरतन न थे कि सबको भोज कर...
इस सप्ताह के एपिसोड में: नये साल के आगमन पर राजा कृष्णदेव का जी चाहा की प्रजा को भेंट दें। भेंट को लेकर क्या विचार विमर्श हुआ और क्या निष्कर्ष निकला, ...