History
स्वतंत्रता के अनन्य पुजारी शिवाजी महाराज ने समस्त किलो को जीत कर उन पर केसरिया झंडा फैरा दिया था.. जिससे परेशान होकर आदिल शाह ने उन्हें रोकने के लिए बर्बरता और क्रूरता की सारी हदें पार कर दी थी। और उनके पिता को क़ैद कर लिया था। यह परिस्थितिया शिवाजी जी के लिए बहुत दुविधा जनक थी। वह उस दो राहे पर आकर खड़े हो गए थे। जहां एक तरफ स्वराज्य था और दूसरी तरफ उनके पिता। तो आखिर क्या चुना शिवाजी महाराज ने यह हम जानेगे इस एपिसोड में।