Malini Awasthi | Malini Ki Pathshala | Bhai Dooj ki Kahani | Bhai Dooj Special

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Malini Awasthi

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दीपावली के पांच दिन का त्योहार भैया दूज से विदा लेता है। परिवार समाज की सबसे छोटी इकाई है और उसकी खुशहाली के बिना हम क्षेत्र, प्रदेश या देश की खुशी के बारे में सोच भी नहीं सकते। भैया दूज का त्योहार पिछले चार दिनों में अर्जित सुख, समृद्धि और शांति को अपने परिजनों तक पहुंचाने का पर्व है। विशेषकर बहन तक जो परिवार में स्थाई रूप से तभी तक रह पाती है जबतक उसका विवाह न हुआ हो। भैया दूज के दिन बहनें अपने भाइयों के चिरायु होने के लिए और उनकी खुशी के लिए मनाती हैं पर,ये कामना एकतरफा नहीं परस्पर है। भाई भी अपनी सारी व्यस्तताएं एक ओर रख कर बहन को यथा संभव प्रसन्न करने का पूरा प्रयास करते हैं। उन्हें अस्मिता और अभिमान से भरते हैं और वचन लेते हैं कि वे समस्त नारी जाति के भगिनी- स्वरूप की हर प्रकार से रक्षा करेंगे।