महिलाएं परिवार और समाज के विकास में एक महत्वपूर्ण स्थान है । पिछले कुछ दशकों में वह समाज के आर्थिक और सामाजिक कार्यों में सक्रियता से अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही है, पर आज भी पुरुष प्रधान इस समाज में महिलाओं को उचित स्थान नहीं मिला है । वह आज भी तरह तरह की सामाजिक आर्थिक और शैक्षणिक गतिविधियों में अत्यधिक दोहन का शिकार हो रही है । एक महिला ना केवल अपने परिवार की ही देखरेख में निपुण है बल्कि वह संपूर्ण समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण हिस्सा भी है । महिलाओं को जागरूक करना उनके अधिकारों के प्रति उन्हें सचेत करना और उनमें आत्मविश्वास पैदा करना आज हमारा मुख्य लक्ष्य है । महिला सशक्तिकरण का मतलब है महिलाओं को आजादी , आजादी उन्हें अपने तरीके से जीवन जीने की । जिस तरह से वह जीना चाहती हैं । महिलाएं अपनी कौशल को पहचाने और अपने हुनर को अत्याधुनिक जानकारी से उम्दा करें ताकि वह किसी भी तरह के फैसले लेने में सक्षम बने ।
मीना राठौर एक महिला उद्यमी है । इन्होने अपने गांव मे अपने हुनर से एक अलग पहचान बनाई है । आईए इअन्ही से जानते है कि ये किस तरह के व्यव्साय मे है । महिल...