Kaviraj
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कविता।कहानी। इतिहास। प्रसंग। गीत। संवाद। विवेचना।शौक़। यात्रा वृतांत और साक्षात्कार का अनूठा संग्रह। कविराज पॉडकास्ट में आपका स्वागत है। यह पॉडकास्ट जीवन और अनुभवों के बारे में है, जिसे कविता, मज़ेदार तथ्य, कहानी और साक्षात्कार के माध्यम से सुनाया जाता है। मैं हूं आपका मेजबान हरीश बेंजवाल। मुझे आशा है कि आप इस पहल की प्रशंसा करेंगे। इसलिए कृपया मेरे साथ बने रहें। स्वागत है! अस्वीकरण: कविराज चैनल में व्यक्त की गई राय वक्ताओं और प्रतिभागियों की व्यक्तिगत रायों में से एक है। जरूरी नहीं है कि वे कविराज पॉडकास्ट चैनल या एंकर की राय या विचारों को दर्शाते हों।

संकल्प इक्कीस

कविराज को सुनने वाले सभी श्रोताओं को नव वर्ष 2021 की ढ़ेर सारी शुभकामनाएँ. पिछला वर्ष हम सभी के लिए चुनौतीपूर्ण रहा. लेकिन समय और मौसम सदा एक सा नहीं ...
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ओखला पक्षी अभयारण्य (O.B.S.)

ओखला पक्षी अभयारण्य (O.B.S.) का आकार लगभग 4 वर्ग किलोमीटर है और यह उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में NOIDA के प्रवेश द्वार पर स्थित है। यह एक ऐस...
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ओखला पक्षी अभयारण्य (O.B.S.)

ओखला पक्षी अभयारण्य (O.B.S.) का आकार लगभग 4 वर्ग किलोमीटर है और यह उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में NOIDA के प्रवेश द्वार पर स्थित है। यह एक ऐस...
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टिड्डी

सर्दियां लगभग आ चुकी हैं. शारीर कुछ अलसाया सा महसूस करने लगा है. देखी जाएगी वाले रवैय्ये से बचें।नींद लाने के लिए एक छोटी कहानी. पेश है टिड्डी। --- Se...
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वर्षगाँठ

आज मेरा जन्मदिन है। वर्षगाँठ, जन्मदिन, सालगिरह, बर्थ्डे। इस सफ़र में बहुत कुछ पाया है। बहुत कुछ करना अभी बाकी है। मन में जिज्ञासा उमड़ी तो पता चला औपच...
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वर्षगाँठ

आज मेरा जन्मदिन है। वर्षगाँठ, जन्मदिन, सालगिरह, बर्थ्डे। इस सफ़र में बहुत कुछ पाया है। बहुत कुछ करना अभी बाकी है। मन में जिज्ञासा उमड़ी तो पता चला औपच...
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वर्षगाँठ

आज मेरा जन्मदिन है। वर्षगाँठ, जन्मदिन, सालगिरह, बर्थ्डे। बहुत कुछ पाया है। बहुत कुछ करना है अभी। मन में जिज्ञासा उमड़ी तो पता चला औपचारिक रूप से जन्मद...
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हिंदी Medium

अपनी है। स्वदेशी है। लिपि भी है। भाव भी है। व्याकरण भी है। छोटा बड़ा कोई अक्षर नहीं। आधे शब्दों को भी जोड़कर रखती है हिंदी। तो फिर ग्लानि क्यूँ? शंका ...
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३३१०

‘Basics’ या मूल ज़रूरतें को पूरा करते हुए वक़्त के साथ चलना और बदलना ज़रूरी है। बशर्ते उसमें सुकून की अनुभूति हो। संवाद के कई माध्यमों से रूबरू होने क...
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३३१०

‘Basics’ या मूल ज़रूरतें को पूरा करते हुए वक़्त के साथ चलना और बदलना ज़रूरी है। बशर्ते उसमें सुकून की अनुभूति हो। संवाद के कई माध्यमों से रूबरू होने क...
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